मगरमच्छों का बसेरा

जसबीर भुल्लर के शब्दों और अतनु राय के चित्रों से सजी किताब ‘मगरमच्छों का बसेरा’ दो मगरमच्छों की दोस्ती से शुरू होकर, उनके बिछड़ने, एक लंबे संघर्ष और जीवन के उतार चढ़ावों से गुजरते हुए दोनों के वापस मिलने की एक खूबसूरत कथा है । 

56 पेज की किताब को छोटी–छोटी घटनाओं में बांटा गया है । ये घटनाएं कथा को विस्तार देती हुई किताब को उपन्यासिक बना देती हैं । 

मजेदार है । पढ़ी जानी चाहिए । 

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#किताबें_कुछ_कहना_चाहती_हैं 
#बच्चों_को_किताबों_का_उपहार_दें

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