भंवरा बड़ा नादान हो ...
भंवरा एक छोटा लेकिन शक्तिशाली कीट है, जिसकी पहचान उसकी काली-पीली धारियों से की जाती है। यह मधुमक्खी की तरह दिखता है, परंतु इसका स्वभाव अलग है। भंवरे की सबसे बड़ी आदत फूलों का रस चूसना है, जिससे यह पौधों के परागण में मदद करता है। यह दिन में सक्रिय होता है और मीठी खुशबू की ओर आकर्षित होता है। अपनी पंखों की तेज़ी से कंपन करने की क्षमता से यह लंबी दूरी तक उड़ने में सक्षम होता है। भंवरे प्राय: छोटे समूहों में रहते हैं और ज़्यादातर फूलों के इर्द-गिर्द अपना समय बिताते हैं। इनके घोंसले जमीन के नीचे या पेड़ों में होते हैं। भंवरे अपने मधुर गीतों से वातावरण में संगीतमय ध्वनि पैदा करते हैं। हिंदी साहित्य में भंवरा एक महत्वपूर्ण प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इसे प्रेम, वफादारी, और स्वच्छंदता का प्रतीक माना जाता है। भंवरे की तुलना अक्सर प्रेमी से की जाती है, जो अपनी प्रिय की ओर आकर्षित होता है। प्रसिद्ध कवि कालिदास से लेकर आधुनिक कवियों तक भंवरे का उल्लेख ...